Monday, 27 May 2013

career in home science

                                     करियर इन होम साइंस


स्कूलिंग कम्प्लीट होने के बाद स्टूडेंट्स के मन में कोलेज जोइन करने का एक अलग ही उत्साह होता है, पर साथ ही साथ अपने करियर की चिंता भी सताने लगती है. स्कूलिंग के बाद उन्हें कहाँ एडमिशन लेना है, किस कोर्स में जाना है एवं किस कोलेज को जोइन करना है आदि कई समस्याएँ सामने होती हैं. आजकल विज्ञान, कला एवं वाणिज्य, हर वर्ग में करियर के कई नये ओप्शन विद्यार्थियों के लिए खुल रहे हैं. पर प्राय हमें कई कोर्स के बारे में सही जानकारी नही होने के कारण हम उनकी तरफ ध्यान नही देते. तो आइए आज हम आपको एक बड़े ही रुचिकर विषय यानी होम साइंस में भविष्य की संभावनाओं के बारे में जानकारी देते हैं.

प्राय लोग होम साइंस को केवल घर से संबंधित कुछ कार्यों जैसे कुकिंग, गारमेंट स्टीचिंग, होम डेकॉरेशन आदि का विषय ही समझते हैं. पर वास्तव में होम साइंस इन सब से कहीं आगे भी बहुत कुछ है. इस विषय मे हम पाँच मुख्य क्षेत्रों के बारे में विस्तृत स्टडी करते हैं. ये पाँच क्षेत्र हैं - आहार एवं पोषण विज्ञान (फुड साइंस आंड न्यूट्रिशन), वस्त्र एवं परिधान विज्ञान (फेब्रिक एंड अपैरल साइंस), रिसोर्स मैनेजमेंट, एक्सटेंशन एडुकेशन एवं ह्यूमन डेवेलपमेंट. आहार एवं पोषण विज्ञान (फुड साइंस आंड न्यूट्रिशन) के अंतर्गत हम भोज्य पदार्थों में पाए जाने वाले सभी पोषक तत्वों की विस्तृत जानकारी, उनकी शरीर के लिए उपयोगिता, उनकी कमी से होने वाले विभिन्न रोग, उन रोगों के लक्षण एवं उपचार, टीकाकरण, विभिन्न उम्र के लोगों के लिए डाइट प्लानिंग, फ़ूड प्रिजरवेशन आदि का अध्ध्यन करते हैं. इसी प्रकार वस्त्र एवं परिधान विज्ञान (फेब्रिक एंड अपैरल साइंस) में हम फाइबर्स, उनके विशेष गुण, डाइंग, प्रिंटिंग, टेक्सटाइल एवं ड्रेस डिजाइनिंग, एक्सपोर्ट एवं इम्पोर्ट मैनेजमेंट,  टेक्सटाइल क्वालिटी कंट्रोल आदि के बारे में पढ़ते हैं.

इन पाँच क्षेत्रों की विस्तृत जानकारी के बाद आप किसी एक क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं. होम साइंस में विभिन्न कौलेज बी. एस. सी. की डिग्री प्रदान करते हैं. यह एक प्रोफेशनल कोर्स है जो तीन या चार वर्ष का होता है.

होम साइंस में ग्रैजुएशन के बाद आप डाइरेक्ट जॉब के लिए अप्लाइ कर सकते हैं. या फिर आगे एडुकेशन कांटीन्यू कर सकते हैं. होम साइंस ग्रैजुएशन के बाद किसी एक क्षेत्र में एम. एस. सी. डिग्री, बी. एड., पी. एच. डी., एम. बी. ए., या स्पेशल डिप्लोमा कोर्स जैसे फैशन डिजाइन, फैशन मर्चेंडाइजिंग, डाय टिशियन, इंटीरियर डिजाइनिंग आदि उपलब्ध हैं. इनस्पेशल डिप्लोमा कोर्स के द्वारा आप इंस्टेंट जॉब के लिए  आपलाई कर सकते हैं.

होम साइंस में ग्रैजुएशन के लिए योग्यता है- कला या बायलॉजी वर्ग के साथ इंटरमीडिएट पास.  
होम साइंस में डिग्री प्राप्त कर आपके लिए करियर की कई संभावनाएँ खुल जाती हैं. इनमे प्रमुख है-
  1. डायटिशियन,
  2. न्यूट्रीशनिस्ट,
  3. इंटीरियर डिज़ाइनर,
  4. फैशन डिज़ाइनर,
  5. स्कूल एवं कौलिज लेक्चरर,
  6. रिसर्चर,
  7. सोशल वर्कर,
  8. मैनेजर आदि.

इसके साथ ही साथ होम साइंस विषय की पढ़ाई करके आप के अंदर स्वरोजगार का हुनर भी आ जाता है. आप अपना बूटीक, एन. जी. ओ., क्रेच, फ्री लांस डिजाइनिंग, आदि भी रन कर सकते हैं.
तो देखा आपने, होम साइंस मे आप क्या कुछ नही सीखते. बस थोड़ी रूचि एवं लग्न के साथ आप इस फिल्ड में बहुत आगे  बढ़ सकते हैं. उत्तराखंड में पंत नगर विश्‍वविद्यालय होम साइंस के देश के उत्तम संस्थानों में से एक है. इसके अलावा कुमाउँ विश्‍वविद्यालय से संबंधित कौलिज जैसे पाल कौलिज ऑफ टेक्नलजी एंड मैनेजमेंट से भी आप बी. एस. सी. होम साइंस कर सकते हैं.

डॉक्टर गौरी,
असिस्टेंट प्रोफ़ेसर,
होम साइंस










Pal College of Technology and Management